पालघर जिले के ओद्योगिक हब के नाम से जाना जाने वाला शहर बोईसर, जहां सड़को की हालत ऐसी है की मानो कोई सूंघ लेने वाला ही नहीं हो,बोईसर के मधुर होटल के समीप आज सुबह सुबह दर्दनाक हादसा हुआ जिसमे 3 वर्षीय स्कूली छात्र की मौत हो गई है।
वैसे मधुर होटल के पास हर अक्सर सड़क का हाल बेहाल पाया जाता है,जगह जगह पर खड़े होने के कारण बारिश का पानी वहा जमा हो जाता है और खड्डे का अंदाजा नहीं लग पाता इसी वजह से आज एक स्कूटी सवार व्यक्ति अपने 2 बच्चो सहित इस रास्ते से गुजर रहा था तभी अचानक स्कूटी खड्डे में घुस गई और 2 वर्षीय बच्चा स्कूटी से गिर गया और उसके सर में भरी गंभीर चोट लगी मौके पर तैनात ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों ने उसे इलाज के लिए पास के अस्पताल संजीवनी में एडमिट कराया जहां डॉक्टरों ने उसे सीरियस बता कर दूसरे जगह रेफर कर दिया वहा उसकी मौत हो गई।
लोगो की शिकायत है की बारिश मे यहां पर सड़क की हालत खराब हो जाती है फिर उसमे मरहम पट्टी के नाम पर गड्डे भर दिए जाते है पर वापस तेज बारिश आते ही वही हाल हो जाता है,आज 2 वर्षीय मासूम की बलि लेने के बाद व लोगो के आक्रोश के बाद प्रशासन की नींद खुल गई और सड़क मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है। अगर समय रहते ही इस पर ध्यान दिया होता तो शायद मासूम की जान नहीं जाती.इस हादसे के बाद सवाल यही खड़ा होता है की संबधित अधिकारीयों की मस्ती मे आम लोगो की जान कितनी सस्ती हो गईं है. आखिर इस मासूम के मौत का जिम्मेदार कौन? सड़क का बदहाल सिर्फ यहां पर ही नहीं है केमलीन नाका के आलावा जगह जगह सड़को की हालत खराब है.