मुंबई : यूपी के कुछ जिलों के अलावा फ्लाइट से महाराष्ट्र के मुंबई,पालघर क्षेत्र मे जाकर चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के चार इनामी समेत पांच आरोपियों को पुलिस ने बीती शाम चुनार के पचरांव मोड़ के पास से गिरफ्तार कर लिया।आरोपियों के पास से चोरी की 12 घटनाओं के सामान तथा आभूषण आदि के अलावा कार और बाइक बरामद हुई है।
मिर्जापुर पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने मंगलवार को पुलिस लाइन में मिडिया से बातचीत के दौरान दी। उन्होंने बताया कि चुनार व कछवां क्षेत्र में लगातार चोरी की घटनाएं हो रही थीं। चोरी की घटनाओं का खुलासा करने के लिए टीम गठित की गई। इस बीच थानाध्यक्ष रविंद्र भूषण मौर्य को मुखबिर से सूचना मिली के कुछ लोग चोरी के सामान बेचने के बारे में बात कर रहे हैं।उन्होंने बताया कि सूचना पर चुनार पुलिस ने सर्विलांस के उप निरीक्षक मानवेंद्र सिंह व एसओजी टीम के साथ सोमवार की शाम पचरांव मोड़ के पास बाइक सवार दो और कार सवार तीन आरोपियों को पकड़ लिया।
सरगना की थी तलाश
पकड़े गए लोगों में 25 हजार के इनामी व गिरोह के सरगना नत्थू प्रसाद उर्फ साहिल निवासी भड़ाव थाना जंसा वाराणसी के अलावा आकाश पटेल निवासी मंगलावीर थाना मिर्जामुराद वाराणसी, अमिताभ राजभर निवासी सारंगपुर थाना जंसा, सूरज रामाश्रय निवासी नवापुर बोईसर थाना पालघर महाराष्ट्र और मनोज सेठ निवासी गंगापुर थाना रोहनिया वाराणसी शामिल हैं। मनोज को छोड़कर सभी 25 हजार के इनामी हैं।
उन्होंने बताया कि मनोज चोरी का सामान खरीदता था। पुलिस ने सभी के पास से 80 ग्राम सोने के आभूषण, 3.750 ग्राम चांदी के आभूषण, छह चांदी के सिक्का, पीतल के बर्तन 120 किलो, ताला तोड़ने में प्रयोग आने वाला एक सब्ब्ल, एक स्क्रू पेचकस, 3060 रुपये नकद, दो सीसी टीवी डीबीआर, एक बाइक, एक कार बरामद किया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूछताछ में चोरी के 12 मामलों का खुलासा किया गया है।
महाराष्ट्र में चोरी करने की बात स्वीकार की
आरोपी नत्थू प्रसाद के ऊपर मिर्जापुर व वाराणसी में 16 और आकाश पटेल पर चार मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी सीसी टीवी का डीबीआर चोरी कर लेते थे। उसे भी बरामद किया गया है। आरोपी फ्लाइट पकड़कर महाराष्ट्र जाते थे। वहां चोरी की घटना को अंजाम देकर फ्लाइट से वापस लौटते थे। पूछताछ में आरोपियों ने महाराष्ट्र में चोरी करने की बात स्वीकार की है।
पुलिस अधीक्षक के अनुसार पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका एक संगठित गिरोह है, जो दिन में चार पहिया वाहन से रेकी कर बंद घरों की पहचान करते हैं। मौका देखकर घरों का ताला तोड़कर आभूषण, बर्तन व कीमती सामान आदि की चोरी कर बेचते हैं। इससे प्राप्त धनराशि को आपस में बांट लेते हैं। चोरी में प्रयुक्त दोनों बाइक व कार चोरी के पैसे से ही खरीदे गए हैं। मिर्जापुर के आसपास वाराणसी, भदोही, सोनभद्र जिले के अलावा महाराष्ट्र आदि स्थानों पर भी चोरी की घटना को अंजाम दे चुके हैं।