पालघर : जिले के बोईसर पूर्व मे स्थित सालवड ग्रामपंचायत अंतर्गत शिवाजीनगर क्षेत्र के पुरानी बस्ती मे मंगलवार को शिवा इलेक्ट्रो होम्योपैथिक क्लिनिक का उद्घाटन दुर्गा मंदिर मान के गुरु जी एवं सालवड ग्राम पंचायत के सरपंच संजय पाटिल ने फीता काटकर किया। मुख्य अतिथि डॉक्टर आरसी प्रजापती (ठाणे मुंबई ) रहे।
शिवा इलेक्ट्रो होम्योपैथिक के संचालक डॉ मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि पूरी दुनिया में इलेक्ट्रोपैथी/इलेक्ट्रो होम्योपैथी एकमात्र चिकित्सा प्रणाली है जो पूरी तरह से हर्बल पौधों और वनस्पति जगत पर आधारित है जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है बाकी अन्य दवाइयाँ बनाते समय पशु जगत, धातु विज्ञान और रासायनिक पदार्थों का उपयोग कर रहे हैं। उदाहरण के लिए: होम्योपैथी में, दवाइयाँ पौधों, पशु जगत, धातु विज्ञान आदि से तैयार की जाती हैं, जबकि आयुर्वेद, यूनानी और एलोपैथी में दवाइयाँ जहर, पशु जगत, पौधों, धातु विज्ञान, रसायनों आदि का उपयोग करके तैयार की जाती हैं।
इलेक्ट्रोपैथी की दवाइयाँ विशुद्ध रूप से 114+ औषधीय/हर्बल पौधों और वनस्पतियों के सार से एक विशेष इतालवी प्रक्रिया द्वारा तैयार की जाती हैं जिसे कोहोबेशन के नाम से जाना जाता है, जिसमें तापमान 37 डिग्री सेल्सियस या 98.4 डिग्री फ़ारेनहाइट (जो सामान्य मानव शरीर का तापमान है) पर बनाए रखा जाता है। इलेक्ट्रो होम्योपैथी स्थाई इलाज प्रक्रिया है। जिस तरह आज के समय में लोग तरह-तरह की बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं और एलोपैथ की दवा खाकर खुद साइड इफेक्ट का शिकार हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में होम्योपैथी इलाज एक अच्छा विकल्प होगा। इस इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति से बच्चों से लेकर वृद्ध यानी हर वर्ग के व्यक्तियों का इलाज किया जा रहा है. हाइपरटेंशन, कैंसर, शुगर जैसे रोगों का भी इस पद्धति से इलाज किया जा रहा है ।