पालघर के बोईसर – तारापुर औद्योगिक क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण और रासायनिक कचरे की अवैध निकासी के खिलाफ आवाज उठाना एक पर्यावरण कार्यकर्ता को भारी पड़ गया। शिकायत किए जाने से नाराज़ लोगों ने कार्यकर्ता पर लोहे की रॉड से हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस घटना में शिवसेना (शिंदे) गुट के एक पदाधिकारी सहित कुल 10 लोगों के खिलाफ बोईसर पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
घटना सरावली क्षेत्र के पास स्थित “गो ग्रीन इकोटेक सॉल्यूशन प्रा. लि.” नामक रासायनिक कचरा पुनर्प्रक्रिया कारखाने से जुड़ी है। आरोप है कि यह कारखाना बिना किसी वैध भवन अनुमति के चल रहा था और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की शर्तों का उल्लंघन कर रहा था। इन अनियमितताओं की शिकायत सामाजिक एवं पर्यावरण कार्यकर्ता जीतम घरत ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से की थी।
मामले की शिकायत विधायक विनोद निकोले ने भी पर्यावरण मंत्री पंकजा मुंडे से कर कार्रवाई की मांग की थी।इसके बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी प्रमोद लोणे, जीतम घरत को साथ लेकर कारखाने का निरीक्षण करने पहुंचे।
निरीक्षण के बाद हमला, कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल
जांच टीम के बाहर निकलते ही कारखाने के संचालक राजेश पाटिल, शिवसेना (शिंदे) गुट के पूर्व बोईसर शहर प्रमुख मुकेश पाटिल और उनके साथियों ने कथित रूप से जीतम घरत तथा सूरज मेघन पाटिल पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया।
हमले में गंभीर रूप से घायल जीतम घरत को बोईसर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूरज पाटिल की शिकायत पर राजेश पाटिल, मुकेश पाटिल, मुस्तफा उर्फ़ मुसा, तुफान, संतोष धोडी सहित कुल 10 लोगों पर विभिन्न गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। बोईसर पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
शिवसेना (शिंदे) गुट पर उठ रहे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब प्रदूषण के खिलाफ आवाज उठाई जा रही है, तब राजनीतिक संरक्षण प्राप्त व्यक्तियों का इस तरह हमले में शामिल होना चिंताजनक है। घटना के बाद औद्योगिक क्षेत्र में पर्यावरण सुरक्षा और कार्यकर्ताओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।






