पालघर: भ्रष्ट्राचार की भेंट चढ़ गया वानगांव का ब्रिज,उद्घाटन के पहले ही पड़ गई दरारें,भड़के लोगों ने कहा सार्वजनिक बांधकाम विभाग के अधिकारी पूरी तरह भ्रष्ट्राचार में डूबे

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पालघर का सार्वजनिक बांधकाम विभाग इन दिनों पूरी तरह भ्रष्ट्राचार में डूबा हुआ है। सड़को और ब्रिज के निर्माण में हुई धांधली की पोल लगातार खुलने से लोगों का आक्रोश भी चरम पर है। पालघर के वानगांव इलाके को पूर्व और पश्चिम से जोड़ने वाले ब्रिज पर से निकली सड़क पर उद्घाटन से पहले ही कई स्थानों पर दरारे दिख रही है। पुल की सड़क पर आई दरारों ने बुनियादी ढांचे पर ही सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं और ब्रिज में आई दरारें गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों की गुणवत्ता की पोल खोलकर रख दी है। मिली जानकारी के मुताबिक भ्रष्ट्राचार की भेंट चढ़े इस ब्रिज के निर्माण की लागत करीब ६५ करोड़ है।

दहानू बांधकाम विभाग के सहायक अभियंता अजय जाधव ने बताया कि ब्रिज को जोड़ने वाली रोड पर दरारें आई है। मामले की जांच करवा कर दोषियों पर कार्यवाही की जायेगी।

बता दें कि वानगांव रेल क्रासिंग पर पूर्व से पश्चिम को जोड़ने के लिए एक ब्रिज बनाया गया है। जिसकी गुणवत्ता की पोल बारिश ने खोलकर रख दी है।

भ्रष्ट्राचार की भेंट चढ़े ब्रिज का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल 

वानगांव इलाके में बनाए गए पुल पर उद्घाटन के पहले ही दरारें आना शुरू हो गई। ब्रिज का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा। किसी ने दरक रहे पुल का वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर डाल दिया है। इसके बाद वीडियो देखते ही देखते तेजी से वायरल हो गया। भ्रष्ट्राचार की भेंट चढ़े ब्रिज का वीडियो देख लोग भड़के हुए है। वह निर्माण एजेंसी के अभियंता और भ्रष्ट्राचार में गले तक डूबे सार्वजनिक बांधकाम विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग कर रहे है।

“ब्रिज की गुणवत्ता से हुआ समझौता”

आरोप लग रहे है, कि सार्वजनिक बांधकाम विभाग के अधिकारियों ने कमीशन के चक्कर में ब्रिज की गुणवत्ता से समझौता किया है और यहां तक कि बार -बार निर्माण कार्य को लटकाया गया। इस पूरे मामले में बांधकाम विभाग के अधिकारी भ्रष्टाचार में संलिप्त है जो लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। अधिकारियों ने ब्रिज की गुणवत्ता से समझौता कर मानक विहीन ब्रिज और सड़क का निर्माण कराया है।

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