पालघर | वाढवन बंदरगाह की रखी आधारशिला, छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने पर सिर झुकाकर मांगी माफी

  • मुख्यमंत्री शिंदे बोले बंदरगाह का उद्घाटन भी करेंगे मोदी
  • अजित पवार बोले विकास के लिए एडजस्ट करना होगा
  • देवेंद्र फडणवीस बोले महाराष्ट्र बनेगा नंबर वन

राजेंद्र एम. छीपा
पालघर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र मे मुंबई और पालघर का दौरा किया. पालघर में बंदरगाह आधारशीला कार्यक्रम में हिस्सा लिया. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार, केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने उनका अभिनंदन किया. प्रधानमंत्री ने यहां 76,000 करोड़ रुपये की वाधवन बंदरगाह की आधारशिला रखी. उन्होंने लगभग 1,560 करोड़ रुपये की 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया. इससे पहले उन्होंने मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2024 को भी संबोधित किया. इसी दौरान अपने संबोधन के बीच उन्होंने बीते दिनों क्षत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने को लेकर अफसोस जताया और कहा कि, ‘शिवाजी की प्रतिमा गिरने पर सिर झुकाकर माफी मांगता हूं.

प्रधानमंत्री मोदी ने सिर झुकाकर मांगी माफी

महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने का मामला कई दिनों से सुर्खियों में है. इसे लेकर राज्य सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक लगातार घिर रही है.शुक्रवार को जब पीएम मोदी महाराष्ट्र के पालघर पहुंचे तो यहां उन्होंने अपने संबोधन के बीच इस वाकये का जिक्र किया और मंच से हाथ जोड़कर सिर झुकाते हुए कहा कि, ‘शिवाजी की प्रतिमा गिरने पर सिर झुकाकर माफी मांगता हूं

प्रधानमंत्री मोदी ही करेंगे बंदरगाह का उद्घाटन

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे ने शिलान्यास समारोह में उपस्थित सभी लोगों का स्वागत करते हुए कहा की यह पूरे महाराष्ट्र के लिए स्वर्णिम दिन है. यह एक गेम चेंजर प्रोजेक्ट है. इसका मुख्य लाभ पालघर के लोगों को मिलेगा. बंदरगाह का पहला चरण 2029 तक खुल जाएगा. शिलान्यास प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया जा रहा है और मैं आपको बता दूं कि उद्घाटन भी पीएम मोदी ही करेंगे. वाढवन देश का सबसे बड़ा बंदरगाह होगा और भारत पूरी दुनिया के शीर्ष दस बंदरगाहों की सूची में शामिल होगा. यह पूरे देश के लिए गर्व का पल है.

विकास के लिए हमें थोड़ा बहुत एडजस्ट करना होगा बोले अजित पवार

कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा, आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है. आज शिलान्यास किया जा रहा है, हमने परियोजना के खिलाफ विरोध की कुछ खबरें देखी हैं. हमें समझना होगा कि विकास के लिए हमें थोड़ा बहुत एडजस्ट करना होगा. सभी का ख्याल रखा जाएगा. मैं प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के सामने आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि कोई भी पीछे नहीं रहेगा. सभी को साथ लेकर चला जाएगा और पीढ़ियों को फायदा होगा. बंदरगाह से न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश को फायदा होगा.जो क्रन्तिकारी कदम है.

देवेंद्र फडणवीस ने कहा महाराष्ट्र बनेगा नंबर वन

आज का दिन स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा. वाढवन बंदरगाह जेएनपीटी से तीन गुना बड़ा होगा. अगले 50 सालों तक महाराष्ट्र वाढवन बंदरगाह की वजह से नंबर वन रहेगा. 1980 में वाढवन बंदरगाह का विजन बनाया गया था. इसकी प्राकृतिक गहराई 20 मीटर है. यह सपना आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से पूरा हो रहा है. वाढवन बंदरगाह के फायदों की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को अगले 200 सालों तक याद किया जाएगा.

मुख्यमंत्री शिंदे ने भी मांगी थी माफी

प्रतिमा गिरने के मुद्दे पर इससे पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी माफी मांग चुके हैं. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो वह महान पराक्रमी शासक के 100 बार पैर छूने और घटना के लिए माफी मांगने में संकोच नहीं करेंगे.उन्होंने विपक्ष घेरते हुए कहा था की विपक्ष के पास राजनीति करने के लिए अन्य मुद्दे भी हैं, लेकिन महाराष्ट्र में पूजनीय शिवाजी महाराज को इससे दूर रखा जाना चाहिए.

इस मामले में पहली गिरफ्तारी

राज्य के सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के मामले में शुक्रवार को पहली गिरफ्तारी हुई है. कोल्हापुर से स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट को गिरफ्तार किया गया है. कोल्हापुर क्राइम ब्रांच ने सिंधुदुर्ग केस में शुक्रवार तड़के तीन बजे के आसपास स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल को गिरफ्तार किया.मामले की जांच जारी है.

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