बोईसर : श्रीमद् देवी भागवत में निहित आध्यात्मिक रत्नों को जन-जन के समक्ष उजागर करने हेतु, श्री दुर्गा मंदिर मान के पीठाधीश्वर संत गुरुजी के दिव्य मार्गदर्शन में दिनांक 03 अक्टूबर से 11 अक्टूबर 2024 तक महागांव लिंक रोड ,नवापाड़ा ,मान बोईसर पूर्व में सात दिवसीय भव्य श्रीमद् देवी भागवत कथा का आयोजन किया गया है,कथा में गणमान्य अतिथियों व असंख्य श्रद्धालुओं की उपस्थिति देखी जा रही है। सेवादारों व भक्तों द्वारा 12 अक्टूबर 2024 को भव्य नवचण्डी महायज्ञ व महाप्रसाद का आयोजन किया गया। श्रीमद् देवी भागवत कथा के सातवें दिन शुंभ और निशुंभ वध का मां दुर्गा के अलौकिक झांकी के माध्यम से लोगों को कथा से मिलने वाले आध्यात्मिक लाभ व एक उन्नत शांत समाज के लिए ब्रह्मज्ञान के सिद्धांतों को जीवन में आत्मसात करने के प्रति जाग्रत किया गया। कथा व्यास संत श्री गुरु जी ने श्रीमद् देवी भागवत में निहित आध्यात्मिक आदर्शों को सुंदर प्रवचनों के माध्यम से रखा। मंच पर उपस्थित श्री गुरुजी के अन्य सहयोगियों ने भावपूर्ण भजनों की श्रृंखला को प्रस्तुत किया।
मां दुर्गा का नृत्य करके मां की बाल भक्त अर्णी श्रीवास्तव ने नृत्य के माध्यम से समझाया कि कैसे देवी मां की प्रत्येक लीला दिव्य व आध्यात्मिक रहस्यों से अभिभूत होती है। देवी माँ के भिन्न-भिन्न स्वरूप हमें गूढ़ संदेश देते हैं। मंदिर के पीठाधीश्वर संत गुरु जी ने बताया कि भक्ति की चरम सीमा तक पहुँचने के लिए ब्रह्मज्ञान प्राप्त करना अत्यावश्यक है, जो हमारा देवी मां (अर्थात परम चेतना) के साथ चिर-स्थायी संबंध सुनिश्चित करता है।
गुरु जी ने बताया कि ‘ब्रह्मज्ञान’ आधारित ध्यान साधना हमारे अंतःकरण से दुर्भावनाओं, अहंकार, दुःख, क्रोध व भ्रांतियों को नष्ट कर हमारे लिए एक सच्चा इन्सान बनने का मार्ग सुनिश्चित करती है। देवी मां की भांति, पूर्ण सतगुरु भी आध्यात्मिक माँ के रूप में शिष्य का हर प्रकार से आध्यात्मिक विकास सुनिश्चित करते हैं। वे जन्म-मरण के अनंत चक्रव्यूह का अंत कर मनुष्य को मुक्ति की राह पर अग्रसर कर देते हैं।
श्रीमद् देवी भागवत कथा का केंद्र बिन्दु रहा बाल कलाकार रिया द्वारा मां सरस्वती की झांकी ,नंदिनी के द्वारा माता लक्ष्मी की झांकी,दिव्या के द्वारा माता काली ,और अर्णी श्रीवास्तव के द्वारा माता दुर्गा की मनमोहक झांकी। इस कथा को और बाल कलाकार अरणी श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तुत की गई मां के सम्मुख की गई नृत्य को उपस्थित सभी श्रद्धालुओं ने सराहा ।