आयुर्वेद, योग और अध्यात्म के संगम से विश्वकल्याण – योगीराज भारतेंदु

आनंद, गुजरात : ब्रह्मर्षि योगीराज श्री भारत भूषण भारतेंदु जी महाराज – संस्थापक, श्री हरि नारायण सेवा संस्थान, पालघर (मुंबई, महाराष्ट्र) एवं अखिल भारतीय जैन दिवाकर मंच, नई दिल्ली संत प्रकोष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा भाजपा आध्यात्मिक आघाड़ी, योग प्रमुख – महाराष्ट्र प्रदेश को गुजरात में सम्मानित किया गया।
यह सम्मान महावैद्य चिकित्सक शिरोमणि श्री हरिनाथ झा (संस्थापक – आयुर्वेद संकुल, आनंद, गुजरात) द्वारा प्रदान किया गया। इस अवसर पर उनके अनुज वैद्यराज श्री शशिनाथ महेंद्र झा (संस्थापक – नूतन आयुर्वेद रिसर्च सेंटर, नाडियाड, गुजरात) भी उपस्थित रहे।
आयुर्वेद संकुल, आनंद को श्री हरिनाथ झा ने अपने जीवन का ध्येय बनाकर स्थापित किया है, जहाँ भगवान धन्वंतरि मंदिर, कल्पवृक्ष, आयुर्वेद ज्योत, वनौषधि पूजन, वैद्य वृद्धाश्रम जैसे अनूठे आयुर्वेदिक आयाम आज भी लोगों को प्रेरित करते हैं। देशभर के रोगी इसे एक आयुर्वेद तीर्थ मानते हैं। यह संकुल उनके पुत्र डॉ. धन्वंतरि हरिनाथ झा के नेतृत्व में निरंतर आगे बढ़ रहा है।
इस अवसर पर महावैद्य जी ने कहा

“आयुर्वेद संकुल और नूतन आयुर्वेद रिसर्च सेंटर वर्षों से भारत ही नहीं बल्कि विश्व के अनेक देशों में सेवा प्रदान कर रहे हैं। अब योगीराज श्री भारत भूषण भारतेंदु जी महाराज के नेतृत्व में ‘योगीराज योगी – भारत निरोगी’ मुहिम के साथ हम आयुर्वेद, योग और अध्यात्म के समन्वय से ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की सेवा हेतु कार्य करेंगे।”

योगीराज श्री भारत भूषण भारतेंदु जी महाराज ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा –

“योग, आयुर्वेद और अध्यात्म का संगम केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व को निरोगी और जागरूक बनाने का सबसे बड़ा माध्यम है। यह प्रवास केवल गुजरात का नहीं, बल्कि संपूर्ण विश्वकल्याण का संदेश लेकर आगे बढ़ रहा है।”
वैद्यराज हरिनाथ झा – चिकित्सक शिरोमणि पुरस्कार प्राप्त आयुर्वेदाचार्य, जिन्होंने 35 वर्षों से अधिक समय से निःशुल्क परामर्श और निदान द्वारा सेवा दी।
“आयुर्वेद संकुल, आनंद” – भारत का आदर्श आयुर्वेदिक संस्थान, जिसे आज देश-विदेश के चिकित्सक आयुर्वेद तीर्थ मानते हैं।
“नूतन आयुर्वेद रिसर्च सेंटर, नाडियाड” – आयुर्वेदिक अनुसंधान और सेवा का प्रमुख केंद्र।
“योगीराज योगी – भारत निरोगी” मुहिम – योग, आयुर्वेद और अध्यात्म के समन्वय से विश्वकल्याण हेतु अभियान।

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