पालघर जिले के मोखाड़ा ग्रामीण अस्पताल में प्रसव के दौरान एक नवजात शिशु की मौत हो गई, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया है। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था और प्रसव केवल एक परिचारिका के भरोसे कराया गया।
पति अशोक बातरे ने बताया कि उनकी पत्नी को भर्ती करने के बाद किसी चिकित्सक ने हालचाल तक नहीं पूछा। अगर समय रहते बड़े अस्पताल में भेजा गया होता, तो बच्चा बच सकता था।
अस्पताल प्रशासन के अनुसार, जन्म के बाद बच्चा रोता हुआ नहीं पाया गया। डॉक्टर तुरंत वार्ड में पहुंचे, लेकिन तब तक नवजात की मौत हो चुकी थी। प्रारंभिक जांच में संभावना जताई गई है कि बच्चे में जन्मजात विकृति रही होगी।
अधीक्षक डॉ. भारतकुमार महाले ने कहा कि प्रसव जटिल था और बच्चे की स्थिति पहले से गंभीर थी। घटना के बाद स्थानीय नेताओं ने स्वास्थ्य व्यवस्था की लचर स्थिति पर सवाल उठाए हैं।






