पालघर साधु हत्याकांड मे भाजपा ने चिल्ला-चिल्ला कर जिस व्यक्ति क़ो इस घटना का जिम्मेदार बताया.. उसी क़ो सम्मान के साथ दिया पार्टी मे प्रवेश

पालघर में दो संन्यासियों की पुलिस औऱ स्थानीय नेताओं की मौजूदगी में भीड़ द्वारा हत्या कर देने की वारदात ने देश भर मे आक्रोश फैल गया था. उस वक़्त भारतीय जनता पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने इसे साजिश करार दिया था औऱ उस वक़्त की सरकार क़ो पुरजोर घेरने की कोशिश की थी. उस वक़्त भाजपा के वरिष्ठ राष्ट्रीय नेता संदीप पात्रा, सुनील देवधर या तक की देवेंद्र फड़नवीस ने भी इस मामले मे एनसीपी के नेता काशीनाथ चौधरी का नाम लिया था. पर अब उसी काशीनाथ चौधरी क़ो भाजपा मे शामिल कर दिया जिसको लेकर हिंदू संगठनों सहित भाजपा समर्थको मे भी विरोध देखने क़ो मिल रहा है.

नीचे दिए गए विडिओ मे औऱ ट्विटर फोटो मे आप प्रतिक्रिया देख सकते है.

पालघर जिले के दहानु तालुका में आयोजित एक कार्यक्रम में शरद पवार गुट के नेता काशीनाथ चौधरी आधिकारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। काशीनाथ चौधरी 2020 में पालघर साधु हत्याकांड के बाद सुर्खियों में आए थे। उस दौरान, कुछ राजनीतिक नेताओं ने उन पर हिंदू विरोधी होने और घटना से संबंधित होने का आरोप लगाया था। हालांकि, चौधरी ने इन सभी आरोपों का खंडन किया है और स्पष्ट किया है कि वह निर्दोष हैं और मामला न्यायिक प्रक्रिया के अधीन है। उनके भाजपा में प्रवेश के बाद, जिला और राज्य की राजनीति में चर्चाएँ तेज हो गई हैं। अपना नाम नही बताते हुए एक भाजपा पदाधिकारी ने बताया उस क्षेत्र मे संगठन कमजोर है, चौधरी के आने से मजबूती मिलेगी पर इसकी वजह से बाकी जगह पार्टी क़ो भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है.जबकि कुछ पदाधिकारियों ने पार्टी की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।


पालघर साधु हत्याकांड केस से जुड़े वकील आशुतोष दुबे ने अपने सोशल मिडिया हेंडल पर पोस्ट डालकर विरोध जताते हुए लिखा की काशीनाथ चौधरी आज सार्वजनिक रूप से भाजपा में शामिल हो गए हैं। गौरतलब है कि कई मीडिया संस्थानों ने उन पर पालघर साधु हत्याकांड में शामिल होने का आरोप लगाया है। प्रत्यक्षदर्शियों और गवाहियों के अनुसार, काशीनाथ चौधरी घटनास्थल पर मौजूद थे और उनकी उपस्थिति देखकर भीड़ भड़क गई। हालाँकि उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया है, लेकिन कई लोगों का मानना ​​है कि उन्होंने भीड़ को नियंत्रित करने का कोई उचित प्रयास नहीं किया। ऐसे में, धार्मिक सद्भाव को भंग करने वाले मामले में आरोपी के रूप में नामित व्यक्ति को भाजपा में शामिल करना निंदनीय है। सामाजिक सद्भाव और न्यायपालिका में लोगों के विश्वास को बनाए रखने के लिए हम ऐसे व्यक्तियों के प्रवेश का कड़ा विरोध करते हैं!

साभार – अमर उजाला वेवसाईट

महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस सचिव कैप्टन सत्यम ठाकुर ने कहा की पालघर जिल्हा की राजनीति का असली चेहरा आज खुलकर सामने आ गया। जिस भाजपा ने कभी काशीनाथ चौधरी को पालघर साधु हत्या कांड का जिम्मेदार बताकर बदनाम किया था, आज उसी भाजपा ने उन्हें बड़े सम्मान के साथ पार्टी में प्रवेश दिया। तो क्या भाजपा अब यह मान रही है कि उसके अपने ही आरोप झूठे थे? या फिर सत्ता की भूख में भाजपा के लिए सिद्धांत, नैतिकता और न्याय – सबकुछ सिर्फ राजनीति की दुकान चलाने के लिए इस्तेमाल होने वाले शब्द हैं? पालघर के लोगों ने सब देखा है, सब याद रखा है। हम सच के साथ खड़े थे, हैं और रहेंगे।

वही हिंदू जनजागृति संस्था के महासचिव अमित बाबू ने अपनी पोस्ट मे लिखा की साधू हत्याकांड एक न भुलाने वाली व सनातन को झकझोर देने वाली अमानवीय घटना है.भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को इस पर विचार करना चाहिए,भाजपा पालघर जिले के नेतृत्व की अगुवाई में एक ऐसे व्यक्ति को संगठन में शामिल करना जो कि पालघर साधू हत्याकांड में विक्टिम है। यह अति निंदनीय है.मेरा भाजपा नेतृत्व से निवेदन है कि इस फैसले को तत्काल प्रभाव से वापस कर .संदेह के घेरे में आरोपी को तत्काल पार्टी से निष्काषित किया जाए.

Share on:

Leave a Comment