दहानू │ नगरपरिषद चुनावों की घोषणा के बाद दहानू का राजनीतिक तापमान चढ़ चुका है। इसी बीच कांग्रेस ने प्रभावी रणनीति, समन्वित संगठन और मजबूत नेतृत्व के साथ ऐसा प्रवेश किया है जिसने मुकाबले को बेहद दिलचस्प बना दिया है। इस बार पार्टी न सिर्फ़ चुनाव लड़ रही है, बल्कि जनता के बीच बदलाव की ठोस उम्मीद जगाते हुए मैदान में उतरी है।
कांग्रेस के पाँचों उम्मीदवारों ने घर-घर पहुँचकर सक्रिय प्रचार तेज कर दिया है।
कांग्रेस के प्रत्याशी और उनके वार्ड —
वार्ड क्र. 13 : सागर पवार
वार्ड क्र. 9 : नरेश दुबला
वार्ड क्र. 4 : समर्थ मल्हारी
वार्ड क्र. 6 : एडवोकेट जय मावले
वार्ड क्र. 10 : रफीक घाची
इन उम्मीदवारों की प्राथमिकताओं में —
साफ़-सुथरा प्रशासन, विश्वसनीय विकास, नागरिक सुविधाओं की मजबूती और भ्रष्टाचार-मुक्त व्यवस्था — जैसे स्पष्ट और जनहितकारी मुद्दे शामिल हैं। टीम में अनुभव और युवाओं की ऊर्जा — दोनों का संतुलन कांग्रेस को इस बार एक मजबूत दावेदार के रूप में स्थापित कर रहा है।जैसे-जैसे मतदान नज़दीक आएगा, संघर्ष और भी कड़ा होने वाला है। इस बार दहानू में कांग्रेस गंभीर है — और मतदाता भी उसे गंभीरता से देख रहे हैं।

चुनावी अभियान की कमान कैप्टन सत्यम ठाकूर के हाथों में है। कैप्टन ने भाजपा और शिवसेना (शिंदे) पर तीखा हमला बोला है। कैप्टन ने कहा कि सत्ता के लोभ में एक-दूसरे की ‘लंका दहन’ की बात करने वाले खुद को राम का अनुयायी बताकर जनता को भ्रमित कर रहे हैं।
“जिनका घर ही लंका हो, दहन की बात तो वे करेंगे ही… पर दहानू को रोशन करना कांग्रेस का लक्ष्य है।
कैप्टन ने आगे कहा कि कांग्रेस के 5 नगरसेवक प्रत्याशी इस बार मैदान में हैं, जो नफ़रत और लंका दहन की राजनीति नहीं, बल्कि शहर में विकास का नया सेतु बनाने के संकल्प के साथ उतरे हैं।
राजनीतिक विश्लेषक भी मानते हैं कि दहानू की इस लड़ाई में कांग्रेस ने उपस्थिति से आगे बढ़कर स्पष्ट चुनौती पेश की है। पार्टी के रणनीतिक तेवरों ने चुनावी मैदान में नए समीकरण तैयार कर दिए हैं।






