बोईसर के होनहार आलोक की अद्वितीय सफलता, NEET मे बगैर कोचिंग अव्वल प्रदर्शन

  • कमलेश मद्धेशिया
    बोईसर : यह कहानी है वृंदावन नगर खैरापाडा बोईसर के आलोक संतोष झां की एक गरीब परिवार के लड़के ने अपने आत्मविश्वास, समर्पण और कठिन परिश्रम से असंभव को संभव कर दिखाया है। आलोक ने NEET परीक्षा में बिना किसी कोचिंग और बिना किसी बाहरी समर्थन के 720 में से 690 अंक प्राप्त किए हैं। इसके साथ ही, उसने इससे पहले JEE परीक्षा में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था, जहां उसका परिणाम 99% से ऊपर रहा था। आलोक बोईसर के दिप एजूकेशन में 12वीं का छात्र है और उसने वहां 12वीं में 95% लाकर कॉलेज टॉप किया है। यह कहानी न केवल आलोक की अद्भुत क्षमता का प्रमाण है, बल्कि उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा है जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपनों को पूरा करना चाहते हैं।

सीमित संसाधनों के बावजूद आत्मविश्वास

आलोक के पिता एक गरीब आदमी हैं, जो अपने परिवार जिविका पार्जन के लिए बहुत संघर्ष करते हैं। उनकी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वे आलोक को महंगी कोचिंग दे सकें। लेकिन आलोक ने अपनी परिस्थितियों को अपने रास्ते में आने नहीं दिया। उसने स्वयं अध्ययन किया और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ता गया। यह दिखाता है कि आत्मविश्वास और आत्म-प्रेरणा किसी भी आर्थिक स्थिति से अधिक महत्वपूर्ण हैं।कठिन परिश्रम का महत्वआलोक ने अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दिन-रात मेहनत की। उसने समय का सही उपयोग किया, विषयों को गहराई से समझा और नियमित रूप से अपने अध्ययन की समीक्षा की। कठिन परिश्रम और निरंतरता ने उसे अपने सपनों की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ने में मदद की।

प्रेरणा और समर्थन आलोक की सफलता में उनके परिवार के साथ मामा का भी बड़ा योगदान रहा है। हालांकि वे आर्थिक रूप से मजबूत नहीं थे, फिर भी उन्होंने आलोक को मानसिक और भावनात्मक समर्थन दिया। उनके पिता ने हर संभव तरीके से उसे प्रेरित किया और उसकी हर जरूरत को पूरा करने का प्रयास किया। यह दर्शाता है कि परिवार का समर्थन और प्रोत्साहन किसी भी छात्र के लिए कितना महत्वपूर्ण होता है।

भविष्य की ओर कदम

आलोक की इस अद्वितीय सफलता ने उसे एक नई पहचान दी है और उसे अपने भविष्य के सपनों को पूरा करने की ओर एक कदम और करीब ला दिया है। उसने यह साबित कर दिया है कि किसी भी चुनौती को आत्मविश्वास, समर्पण और कठोर परिश्रम से पार किया जा सकता है। आलोक की यह प्रेरणादायक कहानी उन सभी छात्रों के लिए एक उदाहरण है जो अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं, चाहे उनकी परिस्थितियाँ कैसी भी हों। आलोक ने यह साबित कर दिया है कि सफलता के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज है आत्मविश्वास और दृढ़ निश्चय। हम सभी को आलोक से प्रेरणा लेनी चाहिए और अपने जीवन में इसी प्रकार की लगन और समर्पण के साथ अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रयासरत रहना चाहिए।

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