जानकारियां जगजाहिर होने पर भड़की महिलाएं कहा की जाए कड़ी कार्यवाही
मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण’ योजना के लिए लाभार्थी महिलाओं से उनके मोबाइल नंबर, पता व बैंक खाते के नंबर जैसी संवेदनशील जानकारियां आवेदन में ली गई थी। लेकिन इन्हें सुरक्षित रखने में जिला प्रशासन पूरी तरह असफल रहा है।
पालघर जिले में ‘लाडली बहन’ योजना हेतु पात्र 11 हजार 172 महिलाओं के मोबाइल नंबर सहित कुछ अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है। हालांकि प्रशासन द्वारा दावा किया जा रहा है कि, इस वायरल जानकारी में बैंक क्रमांक व आधार क्रमांक नहीं है। लेकिन इसके बावजूद पूरे राज्य में ऐसी संवेदनशील जानकारी के लीक हो जाने की संभावना के चलते लाभार्थी महिलाओं में भय व्याप्त है।
बता दें कि, राज्य में जुलाई माह से ‘लाडली बहन’ योजना हेतु आवेदन भरने की शुरुआत हुई। महिलाओं ने कई महत्वपूर्ण जानकारी अपने आवेदन में दी थी। उन्हें यह उम्मीद थी कि उनकी जानकारियां गोपनीय रहेगी। लेकिन पालघर की ११,१७२ महिलाओं जिनके बैंक खाते से आधार नंबर के साथ लिंक नहीं थे। ऐसी महिलाओं का पूरा नाम,नंबर और एड्रेस,बैंक शाखा कोसहित ब्यौरा पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। महिलाओ की जानकारियों को सुरक्षित न रख पाने वाले अधिकारियों कर्मचारियों पर महिलाओं द्वारा कार्यवाही की मांग की जा रही है।
पालघर जिला परिषद के महिला व बाल कल्याण अधिकारी मल्लीनाथ कांबले ने बताया कि, इस मामले की जानकारी जिलाधिकारी को दी गई है। जल्द ही कोई निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वायरल सूची में आधार नंबर व बैंक नंबर की भी जानकारी रही होती, तो यह और अधिक खतरनाक हो सकता था। परंतु मोबाइल क्रमांक व पते की जानकारी लीक होना भी कम खरतनाक नहीं है। जांच के बाद उचित कार्यवाही की जाएगी
साइबर अपराधी महिलाओ को बना सकते है शिकार
इन दिनों साइबर अपराध काफी अधिक बढ गये है।ऐसे में संवेदनशील जानकारी का प्रयोग कर महिलाओं के साथ जालसाजी होने की संभावना से इंकार नही किया जा सकता है। साथ ही मोबाइल नंबर बैंक खातों से जुडे हुए है। जिसके चलते हैकींग होेने का खतरा है।
मेरे जैसी हजारों महिलाओं की जानकारी इतनी आसानी से किसी के भी हाथ लग सकती है और अगर हमारे साथ कुछ गलत हो गया तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। हम सरकार को इस विश्वास के साथ जानकारी प्रदान करते हैं, कि ये सुरक्षित रहेगी।लेकिन महिलाओ के नाम,मोबाइल नंबर और एड्रेस की जानकारी फैलने से मेरे समेत हजारों महिलाओं की निजी जिंदगी खतरे में पड़ गई है। प्रशासन को जांच कर जानकारियों को लीक करने वालो पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
हर्षा हिरेन्द्र ठाकूर, प्रभावित महिला