गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति पुलिस पदक की घोषणा की गई है. यह पदक तीन श्रेणियों में जारी किए गए हैं. पहली श्रेणी में वीरता के लिए पदक, दूसरी श्रेणी में विशिष्ट सेवाओं के लिए पदक और तीसरी श्रेणी में सराहनीय सेवाओं के लिए पदकों पुलिस अधिकारियों और जवानों को अलंकृत किया गया है. गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर कुल कुल 942 पुलिस पदकों विभिन्न पुलिस कर्मियों को अलंकृत किया गया है. पुलिस को वीरता के लिए 78, विशिष्ट सेवाओं के लिए 85 और सराहनीय सेवाओं के लि 634 मेडल दिए गए हैं. इसके अलावा, दमकल विभाग को वीरता के लिए 17, विशिष्ट सेवाओं के लिए 5 और सराहनीय सेवाओं के लिए 37 मेडल दिए गए हैं.
कोंकण क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक संजय दराडे को राष्ट्रपति पदक
पिछले एक साल में कोंकण में शानदार प्रदर्शन करने वाले कोंकण क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक संजय दराडे को सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से अलंकृत किया गया । कार्यभार संभालने के बाद पुलिस महानिरीक्षक संजय दराडे ने पिछले दो वर्षों में कोंकण क्षेत्र में हत्या और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार जैसे अपराधों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
इतना ही नहीं, पिछले साल लोकसभा और विधानसभा चुनाव भी उनके कार्यकाल में ही हुए थे। इस बार उन्होंने कानून-व्यवस्था पर पूर्ण नियंत्रण रखते हुए सफलतापूर्वक चुनाव सम्पन्न कराये। कोंकण में कुछ स्थानों पर संवेदनशील स्थिति के बावजूद, संजय दराडे ने सख्त पुलिस व्यवस्था और निवारक कार्रवाई के साथ यह सब योजना बनाई। भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी एवं कोंकण क्षेत्र के महानिरीक्षक संजय दराडे के कार्यों पर केन्द्र सरकार ने संज्ञान लिया है।
भारतीय पुलिस सेवा में 2005 बैच के आईपीएस अधिकारी संजय दराडे मूल रूप से नासिक के रहने वाले हैं। विपरीत परिस्थितियों में भी डटे रहकर उन्होंने प्रशासनिक सेवा में सफलता हासिल की। संजय दराडे ने पुणे इंजीनियरिंग कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की शिक्षा पूरी की है। इसके बाद वे भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए चयनित हुए।
कोंकण संभाग का कार्यभार संभालने के बाद संजय दराडे ने व्यक्तिगत रूप से कोंकण के प्रत्येक जिले और पुलिस स्टेशन का दौरा किया। इसके बाद कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उचित दिशा-निर्देश दिए गए। उन्होंने निर्देश दिया था कि अपराधियों के खिलाफ 24 घंटे के भीतर कार्रवाई की जाए, विशेषकर महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की शिकायतों पर। तदनुसार, कई स्थानों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
इतना ही नहीं, पिछले दो वर्षों में रायगढ़ और रत्नागिरी जिलों में कुछ हत्या के मामले भी सामने आए हैं। इनमें से अधिकांश हत्या मामलों में विशेष पुलिस महानिरीक्षक संजय दराडे ने आरोपियों की पहचान करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने में प्रमुख भूमिका निभाई है। उनकी विशेष उपलब्धि किसी भी दबाव के आगे झुके बिना उनके द्वारा किया गया साहसिक कार्य रहा है।
2017 में, जब वह नासिक के जिला पुलिस अधीक्षक थे, तब दराडे ने उत्तर प्रदेश से आने वाले अवैध हथियारों जैसे बंदूकों को जब्त किया था, 45 बंदूकें और तीन हजार कारतूस जब्त किए थे और आठ लोगों के एक अंतरराज्यीय गिरोह को गिरफ्तार किया था। यह बहुत संवेदनशील और बड़ी, विस्फोटक कार्रवाई थी। उस समय पूरे महाराष्ट्र में यह चर्चा का बड़ा विषय बन गया था।
अब, उन्होंने कोंकण क्षेत्र के जिला पुलिस स्टेशन में शीघ्र ही एक अद्यतन सामाजिक प्रयोगशाला शुरू करने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए हैं। सोशल लैब जल्द ही इस सामाजिक साइबर अपराध के खिलाफ सक्रिय हो जाएगी।