पालघर : राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, नई दिल्ली और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, कलेक्ट्रेट, पालघर के सहयोग से 14 मई को रेडियोलॉजिकल और परमाणु आपातकाल पर एक राष्ट्रीय मॉक अभ्यास आयोजित किया जाएगा, जिसमें तारापुर परमाणु विद्युत परियोजना से रेडियोधर्मी सामग्री के किसी भी रिसाव से स्थानीय लोगों की सुरक्षा के बारे में बताया जाएगा।
तदनुसार दिनांक 13 मई को सभी संबंधित विभागों के लिए कलेक्ट्रेट कार्यालय में टेबलटॉप अध्ययन आयोजित किया गया है। इस प्रशिक्षण की कड़ी में, 8 मई 2025 को जिला कलेक्टर कार्यालय में सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए परमाणु ऊर्जा आपातकाल की स्थिति में तारापुर परियोजना के 18 किलोमीटर के भीतर जनता को सुरक्षित रखने के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस प्रशिक्षण में पुलिस, स्वास्थ्य, राजस्व, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), क्षेत्रीय प्रतिक्रिया केंद्र पालघर, नागरिक सुरक्षा बल, शिक्षा, पशुपालन, ग्राम पंचायत आदि विभागों के 250 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण का मार्गदर्शन तारापुर परमाणु ऊर्जा परियोजना के वैज्ञानिक राजय पाटिल ने किया।
रंगारंग रिहर्सल का उद्देश्य
परमाणु ऊर्जा संयंत्र में दुर्घटना की स्थिति में, लोगों को तत्काल सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाना चाहिए तथा सभी प्रशासनिक एजेंसियों द्वारा समन्वित राहत कार्य किया जाना चाहिए, ताकि जनता पर कोई प्रभाव न पड़े। इसका मुख्य उद्देश्य प्रत्येक विभाग को उसकी जिम्मेदारी समझाना तथा तत्परता बढ़ाना भी है।
पहले, इस प्रकार का प्रशिक्षण हर दो वर्ष में आयोजित किया जाता था। लेकिन 2021 से आईसीसीआर अध्ययन हर तीन साल में आयोजित किया जा रहा है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने निर्देश दिया है कि इस वर्ष से प्रत्येक वर्ष लाइव ड्रिल आयोजित की जाएगी। तदनुसार, 13 मई, 2025 को टेबल टॉप अभ्यास आयोजित किया जाएगा, और 14 मई, 2025 को राष्ट्रीय रंग रिहर्सल आयोजित किया जाएगा।
यह अध्ययन केवल डेमो उद्देश्यों के लिए आयोजित किया जाएगा। जिसको लेकर नागरिकों को घबराने की जरूरत नहीं है।