पालघर जिले के बोईसर शहर मे श्री खेतेश्वर महाराज जी की 113वे जन्मकल्याण दिवस पर महोत्सव का आयोजन किया गया। श्री खेतेश्वर को शताब्दी दिव्य पुरुष और बाल ब्रह्म अवतारी के रूप में जाना जाता है।वे वेदों के ज्ञाता और धर्म रक्षक थे। उन्होंने गौवंश संरक्षण और जीव हत्या विरोधी आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। पर्यावरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता सदैव सराहनीय रही। श्री खेतेश्वर ने ‘एक समाज एक जाजम’ की अवधारणा दी। उन्होंने राजपुरोहित समाज को संगठित किया और उसे अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई। उनका मूल मंत्र ‘एकता में अनेकता’ था। उन्होंने समाज के हर व्यक्ति के विकास पर विशेष ध्यान दिया। उनके नेतृत्व में राजस्थान के बाड़मेर जिले के आसोतरा में विश्व का दूसरा सबसे विशाल ब्रह्मा मंदिर बनाया गया।

बोईसर शहर मे प्रवासी श्री राजपुरोहित समाज द्वारा दाता के जन्मकल्याण दिवस पर ओसवाल के गणपति मंदिर से स्टेशन होते हुए राममंदिर तक शोभायात्रा का आयोजन किया जिसमे समाज की महिलाए व पुरुषो ने पारम्परिक वेशभूषा मे भाग लिया. शोभायात्रा मे भजनो पर नृत्य करते हुए दाता के जयकारों के साथ नगर भ्रमण किया.